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इस 30 मई 2025 को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होने जा रही फिल्म "बॉम्बे" (BOMBAY) की चर्चा गर्म है. निर्मात्री फिरदौस शेख की इस अंडरवर्ड गैंगस्टरों की कहानी में प्रसिद्ध अभिनेत्री Deepshikha Nagpal की एक अहम भूमिका है. फिल्म के प्रोमोज की हर तरफ चर्चा है. फिल्म व टीवी में अपने अभिनय के लिए एक अलग पहचान रखने वाली दीपशिखा इस फिल्म की लीडिंग लेडी हैं.उनकी भूमिका मुम्बई में आतंकवादी सरगनाओं से लिप्त रहने से संबंध रखती है. फिल्म को लेकर दीपशिखा से मेरी बातचीत होती है तो वह अपनी भूमिका को लेकर काफी संतुष्ट नजर आती हैं.
अंडरवर्ड की कहानी पर बनी फिल्म 'बॉम्बे' में काम करने की वजह क्या रही है?
इस फिल्म की कहानी. सच कहूं तो जब मैंने फिल्म की कहानी सुना मैंने खुद सामने से इस फिल्म में काम करने के लिए अपनी स्वीकृति दिया था. इस फिल्म की कहानी 1993 के बॉम्बे ब्लास्ट के बाद कि कहानी है. इस फिल्म में मेरी भूमिका एक सामाजिक चिंतन की बात छोड़ जाती है. मैं कहानी नहीं बताऊंगी क्योंकि यह क्राइम वर्ल्ड से जुड़ी एक थ्रिलर कहानी है. मुझे जब संजय निरंजन जी ने कहानी सुनाया, मैं ना नहीं कह पायी. रोल मुझे पसंद आगया. फिल्म में मेरे साथ हीरो हैं पंजाबी फिल्मों के स्टार गेवी चहल.
जहांतक टीवी पर मेरी इमेज की बात है. एक कलाकार हर रोल में अपनी एक नई इमेज खड़ा करता है. हॉट स्टार पर सीरियल 'ना उम्र की सीमा हो' में सत्यवती की भूमिका करने से मेरी पॉजिटिव इमेज बनी है तो 'बॉम्बे' करके अंडरवर्ड की छवि देगी, यही न? मैं हर तरह की भूमिकाओं को सहजता से जीने के लिए जानी जाती हूं. सत्यवती के रूप में मेरी भूमिका लोगों को खूब पसंद आई है. इस रोल ने मुझे एकदम सादगी वाली इमेज दिया है. सचमुच उससे मैं उत्साहित हूं. 'बॉम्बे' एक फीचर फिल्म है जिसमे मैं लीडिंग लेडी हूं.फिल्म एक और इमेज देगी, इसका हमसब को अंदाजा है.
बतादें कि दीप शिखा ग्लैमरस भूमिकाएं करते हुए अपने कैरियर की शुरुवात की हैं. वह विज्ञापन, टीवी सीरियल, फिल्में, एलबम, आइटम सांग और भाषायी फिल्मे करते हुए अपने को हमेशा व्यस्त और सुर्खियों में बनाए रखती हैं. उनके किए गए पर्दे के विविध रूपों की लंबी फेहरिस्त है. उनकी फिल्मी यात्रा को पहचान मिली 'कोयला' से. गैंगस्टर, बेताज बादशाह, करण अर्जुन, बरसात की रात, सिर्फ तुम, जानम समझा करो, दिल्लगी, रिश्ते, कारपोरेट, पार्टनर, वनडे जस्टिस आदि उनकी फिल्में रही हैं. टीवी धरवाहकों में कानून, दास्तान के हातिम, शक्तिमान, सुराग, सोनपरी, रामायण, श श कोई है, किट्टी पार्टी, शरारत, सीआईडी, कशमकाश जिंदगी के और नाच बलिए 5, बिगबॉस 8 आदि. उनके सीरियल 'ना उम्र की सीमा हो' और 'पलकों की छांव में ने उन्हें प्रसिद्धि दिया है.
मैं तरह तरह की भूमिकाएं करने में यकीन करती हूं. मेरी आनेवाली फिल्म bombay में एकदम अलग रोल है. मैं एक ऐसी मां हूं जो अंडरवर्ड सरगना से संबंध रखती है. लेकिन जब वही डॉन मेरी बेटी पर हाथ डालता है मैं खूंखार हो उठती हूं. निर्देशक संजय निरंजन ने इस दृश्य के लिए बड़ा प्रभावशाली सीक्वेंस बनाया है." दीपशिखा बताती हैं कि वह हर वो रोल करना चाहती हैं जिससे समाज को कुछ सिख मिले. फिल्म "ये दूरियां" की लेखिका, निर्मात्री, निर्देशिका और अभिनेत्री होने के साथ वह दूसरे सभी कार्यों की क्रेडिट लेने वाली फिल्मकार के रूप में उनका नाम लिमका बुक ऑफ रेकॉर्ड में दर्ज किया जा चुका है.
अभी और क्या विशेष करना चाहोगी? Bombay जैसी कोई और फिल्म?
मैं सोचकर कुछ नहीं करती, बस हो जाता है.
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